राजस्थान
राजू ठेहठ के अपराधियों को पकड़ने का श्रेय लेने की होड़ में मुख्यमंत्री गहलोत का असंवेदनशील ट्वीट!

राजू ठेहठ के अपराधियों को पकड़ने का श्रेय लेने की होड़ में मुख्यमंत्री गहलोत का एक असंवेदनशील ट्वीट सामने आया है जिसमें उन्होंने सीकर में हुए हत्याकांड के 5 आरोपियों को मय हथियार एवं वाहन गिरफ्तार किए जाने की बात कही है!
अब बड़ा सवाल यह है कि?
गोलीबारी में मारे गए ताराचंद कड़वासरा के परिवार का क्या होगा यह ट्वीट में नहीं बताया गया?
अभियुक्तों की मात्र गिरफ्तारी से क्या उसके बच्चों को न्याय मिल पाएगा?
आज सभी सामाजिक कार्यकर्ता गैंगस्टर राजू ठेहठ के साथ लगे हैं लेकिन उसके साथ कोन लगा?
यह एक सामाजिक व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाता है।
मुख्यमंत्री गहलोत का असंवेदनशील ट्वीट
कल सीकर में हुए हत्याकांड के 5 आरोपियों को मय हथियार एवं वाहन गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी आरोपियों को त्वरित ट्रायल कर अदालत के द्वारा जल्द से जल्द कड़ी सजा दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा।
अपराधियों की गिरफ्तारी मात्र से ही क्या समस्या हल हो गई,ताराचंद कड़वासरा के बच्चों का क्या होगा?
इस बारे में स्पष्टीकरण क्यों नहीं दिया गया?
ट्वीट करने की इतनी भी क्या जल्दी थी क्या मात्र एक श्रेय लेने की होड़ में ट्वीट करने में जल्दबाजी की गई?
मुख्यमंत्री के पीआरओ को इतना भी संज्ञान में नहीं था कि यह छोटा-मोटा मामला नहीं है जब तक इस पर कोई ठोस निर्णय ना हो तब तक किसी प्रकार की बयानबाजी से बचना चाहिए!
क्या सामाजिक ताना-बाना इसी प्रकार बना है कि एक हत्यारा गिरफ्तार हो गया और उसके द्वारा एक निरपराध निर्दोष की हत्या किए जाने का मुआवजा उसका परिवार भुक्ते यदि ऐसा था तो कन्हैयालाल हत्याकांड में उसके बच्चों को मुआवजे के तौर पर दोनों बच्चों को सरकारी नौकरी और धनराशि क्यों दी गई ?
क्या सिर्फ एक हिंदू मुस्लिम के अपराधियों को ही मुआवजा दिया जाएगा क्या यही सरकार संवेदनशील है।
इससे ज्यादा संवेदनशीलता तो सीएलसी कोचिंग के डायरेक्टर ने दिखाई जिसने अपने विद्यार्थी के पिता की मौत पर तुरंत मुआवजा देकर यह घोषणा की!